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मुलाकात बनकर मिला था मुझ से कोई बड़ी जल्दी गुजर गया वक़्त की तरह.
अंदर तक तोड़ देते हैं, वो आंसू जो रात के अंधेरे में चुपचाप निकलते हैं.
मोहब्बत होने में कुछ लम्हे लगते है पूरी उम्र लग जाती है उसे भुलाने में.
जरुरी नहीं है कि काम से ही इंसान थक जाए कुछ ख्यालो का बोझ भी, इंसान को थका देता है.
भूल जाना तो जमाने की फितरत है, पर तुमने शुरुआत हमसे ही क्यों की.
कुछ भी झूठ हो सकता है, मगर अकेले में बहाए आँसू नहीं.
शुक्र है दिल सिर्फ धड़कता है, बोलता तो कयामत आ जाती.
बहुत मन करता है हसने का, पर किसी की कमी रुला देती है
एक खता रोज कर रहे हम, जो मिलेगा नहीं उसी पर मर रहे है हम.
वादों की तरह इश्क भी आधा रहा, मुलाकातें कम रही इंतजार ज्यादा रहा.
ज़ारो चेहरों में एक तुम दिल को अच्छे लगे, वरना ना चाहत की कमी थी ना चाहने वालो की.
कुछ ख्वाहिंशे कुछ चाहते अभी बाकी है..❣️❣️टूटकर भी लगता है … टूटना अभी बाकी है
बहोत याद आते हो तुम, दुआ करो,मेरी याददाश्त चली जाये..!
पहले तुम ही दुनिया लगते थे.. अब तुम भी दुनिया निकले..!!
हँसते हुए चेहरों को ग़मो से आजाद ना समझो, मुस्कुराहट की पनाहों मे हजारों दर्द होते है..!!
दिल तक पहुँचने का रास्ता, वफ़ा के समंदर से होकर गुजरता है। हर लहर पे नाव बदलने वाले, मंजिल तक नही पहुँचा करते…
कुछ नही मिलता बस एक सबक़ मिल जाता हैं, ख़ाक हो जाता हैं इंसान, ख़ाक से बने इंसान के पीछे।।
बहुत सोच समज कर रूठा करो अपनो से, आज कल मनाने के रिवाज नही हैं ।। 💔
फिर आ जाओ ज़िन्दगी में मैं फिर से जीना चाहती हूँ
होने दो जरा उन को भी तनहा.... याद हम भी उन्हें बेहिसाब आएंगे..
मुद्दतें हो गईं हैं चुप रहते , कोई सुनता तो हम भी कुछ कहते
मैंने उस शख्स को कभी हासिल ही नहीं किया, फिर भी हर लम्हा लगता है कि, मैंने उसे खो दिया…..
शिकायत जिन्दगी से नहीं , उनसे है जो जिन्दगी में नहीं है .
शिकायत जिन्दगी से नहीं , उनसे है जो जिन्दगी में नहीं है
बिन धागे की सुई सी बन गई है ये ज़िंदगी ...सिलती कुछ नहीं ... बस चुभती चली जा रही है ...
यहाँ तो खुद से ही मिले जमाना हो गया ... और लोग कहते है कि हमें भूल गये हो तुम ...
छोड़ कर जाने वाले क्या जानें , यादों का बोझ कितना भारी होता है ...
गुजर तो जायेगी जिन्दगी उसके बगैर भी लेकिन तरसता रहेगा ये दिल प्यार करने वालो को देखकर
परेशान करते थे मेरे सवाल तुमको.. तो बताओ पसंद आयी खामोशी मेरी....
ख्वाहिश थी उस रिश्ते को बचाने की… और बस इक यही वजह थी मेरे हार जाने की…
मैंने उस शख्स को कभी हासिल ही नहीं किया, फिर भी हर लम्हा लगता है कि मैंने उसे खो दिया…..!
चीजों की कीमत मिलने से पहले होती है, और इंसानों की कीमत खोने के बाद…...!