मैं शायरी किसी की यादों में नहीं लिखता, लेकिन जब लिखता हूँ तो उसकी याद जरूर आ जाती है।😊

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सिमट गया मेरा प्यार भी चंद अल्फाजों में, जब उसने कहा मोहब्बत तो है पर तुमसे नहीं…💔

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ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया जाने क्यूँ आज तेरे नाम पे रोना आया 🥹🥹

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बारिशे हो ही जाती है मेरे शहर में, कभी बादलो से तो कभी आँखों से.😢😢

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हकीकत कुछ और ही होती है..हर गुमसुम इंसान पागल नही होता।💯💯

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आँखें थक गई है आसमान को देखते देखते , पर वो तारा नहीं टूटता , जिसे देखकर तुम्हें मांग लूँ 😔😔

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कभी सुकून था तेरी बातों में, अब तेरे जिक्र पर बात बदल देते है.!😊😊

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पानी चाहे समुद्र में हो या आँखों में, राज और गहराई दोनों में होती है।🌊😭

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लोग बनाते गये और हम बनते गये कभी मजाक तो कभी तमाशा🫠

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जितना प्यार तेरी बातों में था, काश तेरे दिल में भी होता।💔

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किस्मत का भी कोई कसूर नहीं, कई बार हम मांग भी वो लेते हैं जो किसी और का होता है।😥

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ज़िन्दगी में मंज़िले तो मिल ही जाती हैं ..लेकिन वो लोग नहीं मिलते जिन्हें दिल से चाहा हो💯💯

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दर्द दिलो के कम हो जाते, मैं और तुम अगर हम हो जाते 💔💔

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खुद को माफ़ नही कर पाओगे, जिस दिन जिंदगी में हमारी कमी पाओगे.😊

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यहाँ लोग अपनी गलती नही मानते, किसी और को अपना क्या मानेंगें.💯💯

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आँसू भी आते हैं और दर्द भी छुपाना पड़ता है, ये जिंदगी है साहब यहां जबरदस्ती भी मुस्कुराना पड़ता है।😊😊

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समझ में नहीं आता कि किस पर भरोसा करू, यहां तो लोग नफरत भी करते है मोहब्बत की तरह !!💔💔

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आखिर कैसे भुला दे हम उन्हें... मौत इंसानो को आती है यादों को नहीं..💔

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ना वो मिल रहे हैं, ना जीने का मजा आ रहा है, बस उन्हें पाने की चाहत में वक़्त बिता जा रहा है।😊

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ये रात हमसे बहुत प्यार करती है, सबको सुलाकर हमसे अकेले में बात करती है।😓💔

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रिश्ते धीरे धीरे ही ख़त्म होते हैं, बस पता अचानक चलता है।💯

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बदले बदले से हो जनाब क्या बात हो गई, शिकायत हमसे हैं या किसी और से मुलाकात हो गई।😔💔

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कभी किसी से बात करने की आदत मत डालना, क्योंकि जब वो बात करना छोड़ देते हैं, तो जीना मुश्किल हो जाता है।💔💔

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तमन्ना थी, कि कोई टूटकर चाहे हमे। मगर हम खुद ही टूट गए किसी को चाहते चाहते।💔

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जरा सा भी नहीं पिघलता दिल तुम्हारा, इतना क़ीमती पत्थर कहाँ से खरीदा ..❤️‍🔥

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अजीब खेल है ये मोहब्बत का, किसी को हम न मिले, कोई हमें ना मिला।💔💔

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माफ़ी चाहता हू, तेरा गुनहगार हू ए दिल, तुझे उसके हवाले किया जिसे तेरी कदर नहीं.💔

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दर्द की बात मत करो जिसने भी दिया है बेमिसाल दिया है |💔

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मारना ही था तो गोली मार देते यूँ पल पल तड़पाने की वजह क्या है 💔

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शीशे की तरह साफ़ हूँ फिर भी न जाने क्यू अपनों की समझ से बाहर हूँ..🥺

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ना होने का एहसास सबको है, मौजूदगी की कदर किसी को नहीं...😊

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बहुत नाराज़ थे तो रो पडे, अपनों से क्या ही शिकायत करते |🥺

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