सच बोल कर किसी का दिल तोड़ दो मगर झूठ बोलकर किसी का भरोसा मत तोड़ो

62

प्यार का मतलब सिर्फ साथ रहना ही नहीं होता, किसी की ख़ुशी के लिए उससे दूर हो जाना भी प्यार होता है

50

जो रिश्ते गहरे होते हैं वो अपनापन का शोर नहीं मचाते

42

तुम्हारी हंसी कभी कम न हो यह आँखे कभी नम न हो तुमको मिले ज़िन्दगी की हर ख़ुशी भले उस ख़ुशी में शामिल हम न हो

1 K

ज़िद न करो मेरी दास्तान सुनने की मैं हस्स कर भी सुनाओ तो तुम रो पड़ोगी

81

कभी ऐसे शक्स को इग्नोर न करना जो आपको लिए पूरी दुनिया को इग्नोर करता है

130

रिश्ते अगर दिल में हो तो तोडना से भी नहीं टूटते .. और अगर दिमाग में हो तो जोड़ने से भी नहीं जुड़ते

180

वक्त वक्त की बात है ... कभी बेवजह मुस्काते थे आज वजह डुंडा करते है

91

सभी को चाहने वाले मिले एक हम ही को भाव खाने वाले मिले

113

तुम अजनबी थे तो रोज याद करते थे तुम्हे अपना होना का एहसास दिलाया तो याद करना ही छोड़ दिया

69

एक बार कह देना हमसे की जरूरत नहीं है तुम्हारी , तुम्हारी क्या अपनी दुनिया भी छोड़ जायेंगे

86

कभी कभी रिश्तों का मतलब वो लोग भी समझा देता है जिनसे हमारा कोई रिश्ता नहीं होता

50

जब तक इंसान मर नहीं जाता तब तक दूसरों को उसकी अच्छाई नज़र नहीं आती

99

परेशानी में कोई सलाह मांगे तो सलाह के साथ अपना साथ भी देना क्यूंकि सलाह गलत हो सकती ही मगर साथ नहीं ....

124

जो किस्मत में वो मिलेगा ही जो किस्मत में नहीं वो दुआ से हासिल कर लो ...

43

जो मोहब्बत इज़्ज़त देकर सजाई जाती हैं यकीन मानिये वोह हमेशा निभाई जाती हैं

81

वो जो छोटी छोटी खुशिया होती है न , बस वो तुम्हे देख कर पूरी हो जाती है।

83

कुछ तो है तुमसे मेरा रिश्ता, वरना कोई गैर इतना याद नहीं आता.

51

मेरी हर सांस में नाम तुम्हारा है आज अगर खुश हु तोह यह अहसान तुम्हारा है

33

अच्छा लगता है जब कोई कहता है कोई बात नहीं, में हु न तुम्हारे साथ

81

वो रिश्ते बहुत Perfect होते है जिस में छोटी छोटी लड़ाई के साथ ढेर सारा प्यार होते है..

126

न जाने किस तरह का इश्क कर रहे है हम जिसके हो नहीं सकते उसी के हो रहे है हम

53

ताबीज जैसे होते है कुछ लोग बस गले से लगते ही सुकून मिलता है ...!!

43

किसने कहाँ था की खुशिया, बांटने से बढ़ती हैं.. आजकल खुशियाँ बांट दो तो दुश्मन बढ़ जाते हैं..

99

फिसलती ही चली गई एक पल रुकी भी नहीं, अब जा के महसूस हुआ रेत के जैसी है ज़िंदगी.

33

दुनिया का यही दस्तूर.. साथ वहा तक मतलब जहा तक |

56

तेरे कोई साथ ना दे तो तू खुद से प्रीत जोड़ ले

105

उसने नफरत भी कुछ यूं निभाई , हमारे सामने चाय बनाकर गैरों को पिलाई .

38

मैने सब कुछ पाया है बस तुझको पाना बाकी है कुछ कमी नहीं जिंदगी में बस तेरा आना बाकी है.

94

दौलत तो ले के निकले हो तुम जेब मे , मगर मुमकिन नहीं किसी का मुक़द्दर खरीद लो.

29

धोखा कभी मरता नहीं , आज आप दोगे कल आपको मिलेगा.

51

मैं भले ही वो काम नहीं करता जिससे खुदा मिले पर वो काम जरूर करता हु जिससे दुआ मिले

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