होली भी आ गई , तुम कब आओगे.......

17

मतलबी लोग आपके साथ नहीं,बल्कि आपकी हैसियत के साथ होते हैं ।

21

"कभी फुर्सत में ही याद कर लिया करो हमें, दो पल ही तो माँगते है आपसे, ज़िंदगी नही"

21

पसंदीदा रिश्तों को संभाल कर रखना यारों, अगर खो गए तो गूगल भी ढूंढ नहीं पाएगा

14

नींद चुराने वाले पूछते हैं सोते क्यों नही, इतनी ही फिक्र है तो फिर हमारे होते क्यों नही।

16

दुनिया में हर तरह के इंसान हैं बस आप मिल कैसे लोगों से पाते हैं ये किस्मत की बात है ।

38

खुश रहना है तो मतलबी बनो, बेवकूफ नहीं। दूसरे की खुशियों की जिम्मेदारी लोगे तो आँसूओ से रिश्ता जोडना पड़ सकता है।

27

मैं जिनके झूठ का मान रख लेता हूं...वो समझते हैं कि मुझे बेवकूफ बना लिया

19

अकेला था तो क्या हुआ ! आज कोई अपना मेरे साथ है ! Red heart

40

वफ़ा के बदले वफ़ा मिलती हैँ इस ख्याल से बचिये...मोहब्बत के झोल झाल से बचिये...

20

बहुत मुशकिल होता है उस इंसान को भुला पाना..जिसने बहुत सारी यादें दी हैं...

28

रिश्ते तो बहुत होते हैं...पर जो दर्द बांटने लगे वही असली रिश्ता है...

16

जिंदगी को खुश रहकर जीना चाहिए....क्योंकि रोज शाम को सिर्फ सूरज ही नही हमारी अनमोल जिंदगी भी ढलती है...

32

जिन्दगी में कोई एक मिलता है लाखो में...जो बिन कहे सारे दर्द पढ़ ले आँखों में.....

12

लहरों से खेलना तो समंदर का खेल है, लगती है चोट कैसे ये किनारों से पूछो

13

क्या आईना और क्या इंसान, कद्र नहीं रहती टूटने के बाद...

32

गजब है मेरे दिल में तेरा वजूद , मै खुद से दूर तू मुझमें मौजूद...

30

इस इश्क ने देखो कैसे तबाही मचा रखी है.. आधी दूनिया पागल आधी शायर बना रखी है...

25

मैं भी तलाश में हूँ, अब किसी अपने की..कोई आप सा तो हो, लेकिन किसी और का ना हो..

14

दिल लगाओ तो जुदा होने की हिम्मत भी रखना... क्युकी जिंदगी में तकदीर के साथ सौदे नही होते....

14

खामोश लग रहे हो...नही मिला ना ... मेरे जैसा...

71

एहसासों की नमी बेहद जरुरी है हर रिश्ते में, रेत भी सूखी हो तो हाथों से फिसल जाती है।

73

जो इन्सान धीरज रख सकता है.. वह अपनी इच्छानुसार सब कुछ पा सकता है..!!

92

जितना सुन सको कान👂 से, उतना ही बोलो जुबान👅 से..।

183

जिस सच को सही वक़्त पर बताया ना जाये वो झूठ बन जाता है।

57

दोष काँटो का नही हमारा ही था जनाब, हमने ही पैर रखा था, वो तो अपनी जगह ही थे

62

वो संस्कारी थी जब तक सहती रही,बदतमीज़ हो गई जब वो बोल पड़ी।

36

बेवज़ह से अच्छे बनिये जनाब वजह से तो हज़ारो बने फिरते है।

40

रिश्ते रखने है तो सबसे रखो जनाब बस उम्मीद किसी से ना रखो।

68

जब सच का पता हो तो झूठ सूनने में भी बड़ा मज़ा आता है।

132

कर्म अच्छे होने चाहिये क्योंकि वक़्त किसी का नही होता।

91

कलयुग नहीं मतलबीयुग युग चल रहा।

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