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अच्छे लोगों का हमारे जीवन में आना हमारी किस्मत होती है, लेकिन उन्हें संभाल कर रखना हमारा हुन्नर!
खटखटाते रहिए दरवाजा एक-दूसरे के मन का मुलाक़ातें न सही, आहटें होती रहनी चाहिए...
दिल साफ़ करके मुलाक़ात की आदत डालो, धूल हटती है तो आईने भी चमक उठते हैं।
कामयाबी तक, जाने वाले रास्ते, सीधे नहीं होते, लेकिन, कामयाबी मिलने के बाद, सभी रास्ते, सीधे हो जाते हैं ।
अधूरेपन की अपनी ही खूबसूरती है,कुछ बातें अधूरी ही सही।
सलाह ये थी के हर बात याद नहीं रखनी,मसला ये हुआ के उसने हमें ही भूला दिया
रिश्ते इसलिए भी नहीं सुलझ पाते क्योंकि लोग गैरो की बातों में आकर अपनों से ही उलझ जाते है।
जितना अधिक लोगो को सुधारने में वक़्त बर्बाद करोगे उतना ही वो आपको दुश्मन मानेंगे बेहतर है खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करते रहना।
मोह ख़त्म होते ही खोने का डर निकल जाता है.. चाहे दौलत हो, वस्तु हो, रिश्ता हो या जिंदगी हो......
मन खुश है तो एक बूँद भी बरसात है ..दुखी मन के आगे समंदर की भी क्या औकात है..
काग़ज़" के नोटों से सबकुछ नहीं खरीदा जा सकता क्योंकि किस्मत परखने के लिए तो आज भी "सिक्का" ही उछालना पड़ता हैं ...!!
किससे बयान करूँ मैं अपने दर्द को सुनने वाले तो बहुत हैं मगर समझने वाला कोई नही
मन ख्वाहिशों मे अटका रहा और ..जिंदगी हमें जी कर चली गई
उम्र गुज़र रही है तराज़ू के पलड़ों में.....कभी रिश्तें भारी हो रहे है तो कभी अरमान....
ये साला प्यार भी Cricket की तरह है, दिमाग Out हो जाता है और दिल Appeal करता रहता है....... 😝
किसी को नफरत है मुझसे और कोई प्यार कर बैठा... किसी को यकीन नहीं मेरा और कोई ऐतबार कर बैठा...
कितनी क़ातिल है ये आरज़ू ज़िंदगी की....मर जाते है किसी पर लोग जीने के लिए...
एक खता रोज कर रहे है हम, जो मिलेगा नहीं उसी पर मर रहे है हम...
प्यार करने वाले बहुत मिलेंगे, हमे तो साथ देने वाला चाहिए
ढूंढ रही हूँ खुद को कही बदल सी गई हूँ
कुछ लोग जाहिर नहीं करते, मगर परवाह बहुत करते हैं।
शिकायत नही करनी बस इतना सुन लो.. मैं खामोश हूँ, और वजह तुम हो..
कुछ हसरतें अधूरी ही रह जायें तो अच्छा है, पूरी हो जाने पर दिल खाली सा हो जाता है..
दुख भी कितना अजीब है खुद पर बीतता है, तो सच लगता है औरो पर बीते तो ड्रामा..
एक वक़्त था जब हम सोचते थे की हमारा भी वक़्त आएगा और एक ये वक़्त है की हम सोचते है की वो भी क्या वक़्त था
बंद कर दिए हैं हमनें दरवाजे भी ख्वाइशों के पर तेरी याद हैं जो दरारों से भी चलीं आती हैं.!!
नशा कोई भी हो जान लेवा ही होता है ..यकीन तब हुआ जब तेरी लत लगी...😘😘
बुरा वक्त तकलीफ नहीं देता, बुरे वक्त में मुँह मोड़ने वाले तकलीफ देते है
ऐसे माहौल में ‘दवा क्या है ? - दुआ क्या हैं ? जहाँ कातिल ही खुद पूछे की ‘हुआ क्या हैं..
जो भी कतराते हों साथ चलने में...राह बदलने का उनको बहाना दे दो...
मुझे फुर्सत कहाँ की मौसम सुहाना देखूं,, तेरी यादों से निकलूँ तभी तो जमाना देखूं।
अरमान उतने ही अच्छे... जहां स्वाभिमान बेचने की ज़रूरत ना पड़े..