एक तो मेरा एकलौता प्यार.... ऊपर से तेरे नखरे

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लोग आज कल मेरी ख़ुशी का राज़ पूछते है , इजाज़त हो तो तुम्हारा नाम बता दू

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कितना प्यार करते है तुमसे ये कहा नहीं जाता, बस इतना जानते है बिना तुम्हारे रहा नहीं जाता

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दिल में फीलिंग्स का समुन्दर आता है जब आपका रिप्लाई एक मिनट के अंदर आता है

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खुद ही पागल करते हो फिर कहते हो पागल हो तुम

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सुनो जान तुम मेरी पहली और आखरी पसंद नहीं बल्कि तुम मेरी एकलौती पसंद हो

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ज़िन्दगी के हर मोड़ पर तुम साथ रहना , चाहे दूर रहो पर हमेशा दिल के पास रहना

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कुछ तो सोचा होगा किस्मत ने तेरे मेरे बारे मैं, वरना इतनी बड़ी दुनिया में तुमसे ही मोहब्बत क्यों हुई

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तेरी यादे.... तेरी बाते.... बस तेरे ही फ़साने हैं... हाँ हम क़ुबूल करते हैं हम तेरे ही दीवाने .

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किसी को भी नहीं चाहा मेने एक तुझे चाहने के बाद

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मेरे इस दिल को तुम ही रख लो ना बड़ी फ़िक्र रहती है इसे तुम्हारी

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मोहब्बत भी ठंड जैसी है, लग जाये तो बीमार कर देती है

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हर पल बस फिकर सी होती है जब मोहब्बत किसी सी बेपनाह होती है

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रहा नहीं जाता आपके दीदार के बिना ज़िन्दगी अधूरी है मेरी आपके प्यार क बिना

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इतना प्यार तो मैंने खुद से भी नहीं किया, जितना तुमसे हो गया है |

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ना कोई शिकायत, ना कोई ग़म.... तेरे ही थे ओर तेरे ही रहेगे हम…

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जब तुम मेरी फिकर करते हो न तब जिन्दगी जनत सी महेसुस होती है

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तुम मेरी वो किताब हो , जिसका हर लफ्ज़ मुझे ज़बानी याद है

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ये जो तुम कहते रहते हो न की खुश रहा करो तो फिर सुन लो हमेशा मेरे पास रहा करो

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प्यार वो नहीं है जो दुनिया को दिखाया जाये बल्कि वो है जो दिल से निभाया जाए

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पता नहीं क्या बात है तुज में जो हर पल तुम्हे सोच कर भी मन नहीं भरता है

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प्यार वही हैं ... जो दूर रहकर भी महसूस होता हैं

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मुझे समझना है तो बस अपना समझ लेना क्यूकि हम अपनों का साथ खुद से ज्यादा निभाते हैं

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जब मेरे पास कोई नही था..तब मेरा साथ निभाने का शुक्रिया

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प्यार आज भी तुझसे उतना ही है बस तुझे एहसास नहीं और हमने भी जताना छोड़ दिया

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तू मिले या न मिले ये तो मुक़द्दर की बात है मगर सुकून बहुत मिलता है तुझे अपना सोच कर

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जो दिल के खास होते है, वो हर लम्हा आस-पास होते है |

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बस तुम रूठा मत करो कभी मुझसे , क्यू की सुना है जान रूठ जाए तो कोई जी नहीं पता |

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रात के अंधेरे मे तो हर कोई किसी को याद कर लेता है सुबह उठते ही जिसकी याद आए मोहब्बत उसको कहते है

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भर्री महफ़िल में दोस्ती का ज़िकर हुआ , हमने तो सिर्फ आपकी और देखा और लोग वाह वाह कहने लगे

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इन आंखों की गुस्ताखी तो देखिए , तुम से आंखें मिलाने के बाद कुछ और देखने को राजी ही नहीं .

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एक तरफा ही सही प्यार तो प्यार है, उसे हो ना हो लेकिन मुझे बेशुमार है.

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