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काश मोहब्बत में भी चुनाव होते, गजब का भाषण देते तुम्हें पाने के लिए.
सच्चा प्यार किसी भूत की तरह होता है बातें तो सब करते है देखा किसी ने नहीं।
रिश्ते वो होते हैं जिसमे तकरार कम और प्यार ज्यादा हो जिसमे सवाल कम और विश्वास ज्यादा हो
तुम्हें देखना और देखते रहना बड़ा अच्छा लगता है
मोहब्बत का एक फरिश्ता ऐसा मिला खुदा तो नही पर खुदा सा मिला
कमाल हैं ना ...? सांसे मेरी जिंदगी मेरी मोहब्बत मेरी , मगर जीने के लिये जरूरत तेरी
जो इश्क़ दूरियों में भी बरकरार रहे वो, इश्क़ ही कुछ और होता है.
नशा कोई भी हो जान लेवा ही होता है ..यकीन तब हुआ जब तेरी लत लगी...😘😘
मेरी जिंदगी तेरे साथ शुरू तो नहीं हुई पर ख्वाहिश है खत्म तेरे साथ ही हो 😘❤️
जब तुम पास होते हो तब दिल चाहता है की वक़्त रुक जाए.... 😍❤
तुमने ना सुनी धडकन हमारी पर हमने महसूस की सांस तुम्हारी
इश्क न हुआ कोहरा हो जैसे....तुम्हारे सिवा कुछ दिखता ही नहीं....
रिश्ते पेडो की तरह होते है....उन्हे सवारों तो,,"बुढ़ापे" में छाँव देते है ॥
🍂 दिल के रिश्ते का कोई नाम नहीं होता, माना कि इसका कुछ अंजाम नहीं होता, अगर निभाने की चाहत हो दोनों तरफ, तो कसम से कोई रिश्ता नाकाम नहीं होता. 🍂
कुछ रिश्ते निभाने के लिए आपका, नासमझ बने रहना जरूरी है...
नाम देने से कौन से रिश्ते सँवर जाते हैं...जहाँ रूह न बँधे दिल बिखर जाते हैं..
*सच्चा रिश्ता एक अच्छी पुस्तक जैसा होता है, कितना भी पुरानी हो जाए, फिर भी शब्द नहीं बदलते।*
अच्छा लगता है वो जब हर छोटी छोटी बातें मुझसे शेयर करता है। Gm विश से लेकर Gn विश करने के बीच दिन भर जो भी हुआ...हर बात बताना उसका❤️
मोहब्बत कभी खत्म नही होती या तो बढ़ती है दर्द बनकर या फिर सुकून बनकर..।।
बस यूं ही थम के रहे गया कारवां दिल का, हम कहे नहीं पाए उन ने सुनना नहीं चाहा!
जिनकी संगत मैं ख़ामोश संवाद होते है, अक्सर वो रिश्ते बहुत ही ख़ास होते हैं।
💖 हम तो मोहबत के नाम से भी अनजान थे, एक शख्स की चाहत ने पागल बना दिया
सोचती हूँ कुछ तो अच्छे करम मैंने भी किए होंगे, यूँ तो नसीब ना होती महोब्बत तुम्हारी!!!
मोहब्बत तो एक तरफा होती है.... जो हो दो तरफा तो....उसे नसीब कहते है....!!
छूकर भी जिसे छू न सके, वो चाहत होती हैं इश्क़ , कर दे फना जो रूह को, वो इबादत होती हैं इश्क़
हम दोनों को कोई भी बीमारी नही है... फिर भी तु मेरी और मैं तेरी दवा हूँ
तेरे चेहरे में ऐसा क्या है आखिर, जिसे बरसों से देखा जा रहा है
तुम होते कौन हो मुझसे बिछड़ने वाले ?
मेरी मुस्कान के लिये काफ़ी है याद तेरी
मिलावट का जमाना है साहिब,,,कभी हमारी हां में हां भी मिला दिया करो...
मेरी आत्मकथा.... सिर्फ तुम्हारी कहानी है....
सो जाया करो जल्दी कभी – कभी, ख्वाबो को तुम्हारा इंतज़ार रहता है