खामोश रहना ही बेहतर है लफ्ज़ो के अक्सर लोग गलत मतलब निकाल लेते है.

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आज आयी है मेरी याद उसे ज़रूर फिर किसी ने उसे ठुकराया होगा.

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कल जितनी हसरत थी तुझे पाने की आज उतनी हसरत है तुझे भूल जाने की

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चेहरे अक्सर झूठ भी बोला करते हैं.. रिश्तों की हकीकत वक़्त पर पता चलती हैं..

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काटे तो नसीब में आने ही थे.. फूल जो गुलाब चुना था हमने..

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बड़ी अजीब सी हैं शहरों की रौशनी.. उजालो के बावजूद चेहरे पहचानना मुश्किल हैं..

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इस दुनिया में अजनबी रहना ही ठीक है लोग बहुत तकलीफ देते है अक्सर अपना बना कर

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जब लोग बदल सकते हैं तो किस्मत क्या चीज है | |

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हद से बढ़ जाये ताल्लुक तो ग़म मिलते हैं| हम इसी वास्ते हर सख्स से कम मिलते हैं|

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खुद पर भरोसा करना सिख़लो सहारा चाहे कितना ही सच्चा हो एक ना एक दिन साथ छोड़ ही देता हैं

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कदर करना सिख लो क्योंकि.. ना ही ज़िंदगी वापिस आती है और ना ही लोग..

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सच को तमीज़ ही नहीं बात करने की, झूठ को देखो, कितना मीठा बोलता है....

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हमे बुरा न समझो जनाब हम दर्द लिखते है देते नहीं.

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दिल के रिश्ते कभी नहीं टूटते.. बस खामोश हो जाते है..

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तकलीफे तो हजारो है इस ज़माने में | बस कोई अपना नज़र अंदाज करे तो बर्दाश्त नहीं होती !!

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जरा देखो तो, ये दरवाजे पर दस्तक किसने दी है! 'इश्क' हो तो कहना, अब दिल यहाँ नहीं रहता…

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अभी कदर नही है ना तुम्हे मेरी देखना एक दिन तड़पोगे मुझसे बात करने के लिए

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जब 'मतलब' ना होतो लोग बोलना तो दूर देखना तक छोड़ देते है .

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प्यार बार बार नहीं होता, और हर यार वफ़ा दर नहीं होता

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बदल जाते है वो लोग वक़्त की तरह जिन्हे हद सा ज्यादा वक़्त दिया जाता है....

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बडा गजब कीरदार है मोहब्बत का, अधूरी हो सकती है पर ख़त्म नहीं....

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तेरी तो फितरत ही थी सभी से मोहब्बत करने की, हम तो बेवजह ही खुद को खुशनसीब समझने लगे थे.

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ये मोहब्बत के हादसे दिलो को तोड़ देते है, तुम मज़िल की बात करते हो लोग राहों मे छोड़ देते है

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ज़िंदगी रही तो हर दिन तुम्हे याद करते रहेगे,भूल गया तो समझ लेना खुदा ने हमे याद कर लिया..

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क्या औकात है तेरी ए ज़िंदगी.. चार दिन की मोहब्बत तुझे बरबाद कर देती है..

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जिस चाँद के हजारों हो चाहने वाले दोस्त, वो क्या समझेगा एक सितारे कि कमी को…

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फिलहाल तोह यूँ है कुछ कर नहीं सकते, तेरे बिन ही मरना होगा साथ मर नहीं सकते, सूखे से पत्ते हैं एक टहनी पे लगे, किस्मत तोह देखो के झाड़ नहीं सकते, फिलहाल तोह यूँ है कुछ कर नहीं सकते.

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हद है यार.. प्यार भी हम ही करे, निभाए भी हम ही और छोड़ कर वो चला जाए तो रोये भी हम ही..

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दिल उसके इंतज़ार में डूबा है. जो किसी और की चाहत में डूबा है.

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बेवजा बेवफाओ को याद किये हैं , गलत लोगों पे बहुत वक़्त बरदाद किये हैं.

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देख लिया खुद को बिजी रख कर भी फिर भी याद सिर्फ तुम्हारी आती हैं.

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तुम बेवफा नही मगर इतना ज़रूर हैं तुम पहले जैसे थे अब वैसे नही रहे

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